SBI के शेयर से बनेगी बात! मिलेगा तगड़ा रिटर्न, ब्रोकरेज भी हैं बुलिश - चेक करें टारगेट
ब्रोकरेज रिपोर्ट के मुताबिक SBI का सितंबर तिमाही जबरदस्त रहा है. इसकी बड़ी वजह मजबूत लोन ग्रोथ, मार्जिन एक्सपेंशन और कम प्रोविजनिंग रही. लोन की री-प्राइसिंग से फ्लोटिंग लोन पर असर पड़ेगा. इससे NII और अर्निंग लगातार बढ़ेगा. यहां तक कॉस्ट ऑफ डिपॉजिट्स में कुछ इजाफा देखने को मिल सकता है.
Stocks to Buy: मजबूत ग्लोबल संकेतों से शेयर बाजार में खरीदारी है. सेंसेक्स, निफ्टी समेत अन्य प्रमुख इंडेक्स रिकॉर्ड हाई पर ट्रेड कर रहे हैं. ऐसे में बाजार में अगर आप भी मुनाफा कमाने की सोच रहे हैं तो आपके लिए खुशखबरी है. घरेलू ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक SBI पर खरीदारी की राय दी है. ब्रोकरेज रिपोर्ट के मुताबिक शेयर मौजूदा स्तरों से भी तगड़ा मुनाफा देने की क्षमता रखता है.
कॉस्ट ऑफ डिपॉजिट्स में इजाफा संभव
ब्रोकरेज रिपोर्ट के मुताबिक SBI का सितंबर तिमाही जबरदस्त रहा है. इसकी बड़ी वजह मजबूत लोन ग्रोथ, मार्जिन एक्सपेंशन और कम प्रोविजनिंग रही. लोन की री-प्राइसिंग से फ्लोटिंग लोन पर असर पड़ेगा. इससे NII और अर्निंग लगातार बढ़ेगा. यहां तक कॉस्ट ऑफ डिपॉजिट्स में कुछ इजाफा देखने को मिल सकता है.
बैंक के फंडामेंटल्स दमदार
बैंक की असेट क्वालिटी भी दमदार है. साथ ही असेट क्वालिटी रेश्यो में भी सुधार देखने को मिल रहा है. जबकि रिस्ट्रक्चर्ड बुक 0.9 फीसदी पर है, जो कि नियंत्रण में है. ऐसे में ब्रोकरेज हाउस को लगता है कि FY22-24 के दौरान अर्निंग CAGR 32 फीसदी तक रहने की उम्मीद है. जबकि FY24 में रिटर्न ऑन असेट (RoA) 1 फीसदी और रिटर्न ऑन इक्विटी (RoE) 17.3 फीसदी रह सकती है.
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FY24 में लोग ग्रोथ 16% तक रहने की उम्मीद
SBI का इंटरनेशनल बुक में भी अच्छी ग्रोथ है. इसकी वजह सिंडिकेट लोन और भारतीय कंपनियों की ECB लोन है. घरेलू कारोबार में भी लोन ग्रोथ अच्छी है. इसमें रिटेल लोन और कॉरपोरेट सेगमेंट में सुधार अहम है. FY24 में लोन ग्रोथ 14-16 फीसदी के बीच रह सकती है. हाउसिंग सेगमेंट भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. सालाना आधार पर हाउसिंग लोन डिस्बर्समेंट 35 फीसदी बढ़ा है.
06:50 PM IST